Ave Maria ep 2अवे मारिया ep १
पवित्र मरियम के जैसे सब मन में बसा लेना (लुका 2:19)
“किंतु मारियम ने इन सब बातों को अपने मन मे बसा लिया और वह उन पर जब तब विचार करने लगी” (लुका 2:19)। स्वर्गदूत के संदेश का माता मरियम ने गलती या आनन फानन में नही स्वीकारा था, परंतु स्वर्गदूत के संदेश को मरियम बहुत सोचसमझकर और चिंतन के बाद ही स्वीकारा था। मेडिटेशन पर कैथोलिक चर्च कहती है की “ईश्वरीय ध्यान के समय एक व्यक्ति को समज मे आता है कि वह क्यों और कैसे ईशवाणी का प्रत्युत्तर दे”। जैसे माता मरियम ने चिंतन किया था, हम भी अपने जीवन के अनुभवों पर चिंतन करे और ईश्वर के इच्छा अनुसार एक दृढ़ निर्णय ले।
हम प्रार्थना करे माँ, मुझे अपने जीवन के अनुभवों पर और ईश्वर के राह पर चलने के लिऐ मदत करे।आमीन।
Sep 3 – पवित्र मरियम के जैसे ईश्वर को सुने ( यूहन्ना २: ५)
उसकी माँ ने परिचारकों से कहा, "वह करो जो वह तुमसे कहता है”( यूहन्ना २: ५)।
जीवन के कठिन समय मे जब हम अपने आप को खोया हुआ या परेशानियों के समय खुद को बलहीन समझने लगते है तब माता मरियम को पुकार कर और उनकी बात सुनकर जैसे वह कहती है वैसे करे। येशु अपने वचन के द्वारा हमसे बात करता है। इसलिए हम हर दिन पवित्र बाईबल पढें।
हम प्रार्थना करे
हे माँ पवित्र मरियम, ईश्वचन द्वारा मेरे चिंताओं और समस्याओं को दूर कर और मन में शांति बने रहने के लिए हम तेरी मदद मांगते है।आमीन।
4 सितंबर : ईश्वरीय इच्छा से सहमत होना (लूका 1:38)
मरियम ने कहा, देख, मैं प्रभु की दासी हूं, मुझमे तेरे वचन के अनुसार हो: तब स्वर्गदूत उसके पास से चला गया॥ लुका 1:38
हम अक्सर शिकायत करते हैं और विलाप करते हैं क्योंकि हम इस वास्तविकता को नहीं समझते कि हमारा जीवन भगवान की देखभाल में है। इसके विपरीत, जब हमें पता चलता है कि स्वर्ग में हमारे पिता के ज्ञान के बिना हमें कुछ नहीं होगा, तो हम कह सकते हैं कि प्रभु की इच्छा हमारे जीवन में पूरी हो जाएगी, जैसा पवित्र मरियम के जीवन मे हुआ था।
आइए प्रार्थना करते हैं
हे पवित्र माँ, मुझे अपने जीवन में येशू की इच्छा को प्राथमिकता देने में मदद करे. आमीन
5 सितंबर : घबराये नहीं और ईशकृपा के अनुसार जीये।
तब स्वर्गदूत ने उससे कहा, “मरियम, डर मत, तुझ से परमेश्वर प्रसन्न है। ( लुका १:३० )
क्या आप परमेश्वर की इच्छा के अनुसार जीने से डरते हैं? कया वाकई मे मेरे दुख संकट के समय,कोई मेरी मदद करने के लिए आयेगा ? ऐसे कई सारे प्रश्न हमारे जीवन मे आते है। दोसतों चाहे हमारी पुरानी जीवन शैली कैसे भी हो, हमें घबराने की जरूरत नही हे क्योंकि ईश्वर हमारे साथ है । प्रेरित पौलुस कहता है कि मैं मसीह के माध्यम से सभी चीजें कर सकता हूं जो मुझे मजबूत बनाता है। हम पवित्र मरियम की तरह ईश्वरीय कृपा के अनुसार जीये।
आइए प्रार्थना करते हैं
हे पवित्र मरियम .. हमें ईश्वर की कृपा से जीना सिखाओ। आमीन।
6 सितंबर अवे मारिया
6 सितंबर
ईश्वर के परिवार में शामिल हों
यीशु ने उनसे कहा, "जो कोई भी मेरे पिता की इच्छा पूरी करता है, जो स्वर्ग में है, वह मेरा भाई, और बहन और माँ है ( मत्ती 12:50)
हम अपने परिवार के सदस्यों के सबसे करीब और प्यारे हैं। लेकिन क्या आप येशू के परिवार का सदस्य बनना चाहते हैं? उसके लिये सिर्फ एक रास्ता है, और वो हे कि हम पवित्र मरियम की तरह अपने स्वर्गीय पिता की इच्छा को पूरा करें .. तदनुसार अपना जीवन बीताये ।।
आइए प्रार्थना करते हैं
पवित्र मरियम, हम भी बपतिस्मा के माध्यम से ईश्वर के परिवार के प्यारे बच्चे बन गए हैं। हमारे स्वर्गीय पिता की इच्छा को हमेशा समझने और जीने में हमारी मदद करें ... आमीन
७ सितंबर
दुःख और संकट के समय क्रूस पर लेटे हुए येशु को और उसके बगल में खड़ी हुई माता मरियम को देखें।यूहन्ना 19:25
येशु की माँ क्रूस के पास खड़ी थीं। यूहन्ना 19:25
हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यदि हम येशू के करीब रहेंगे तो हमें अपने जीवन में दुख और पीड़ा नहीं होगी, बल्की येशु हमें प्यार के साथ दुख को स्वीकार करना सिखाएंगे। हमारे दुःख और कष्ट के समय क्रूस पर टंगे हुए येशु और उसके बगल में खड़ी पवित्र मरियम हमें आश्वस्त करे।
हम प्रार्थना करे
है पवित्र मरियम, जब हमारे जीवन मे दुःख और संकट हो, तब तेरे पुत्र येशु पर आस्थता और आश्रय रखना हमे सिखाइये। आमीन।
8 सितंबर अवे मारिया ep १
पवित्र मरियम की तरह कलीसिया के संग हम ईश्वर की आराधना करे।प्रेरितों 1:14
कई स्त्रियों और यीशु की माता मरियम और उसके भाइयों के साथ एक चित्त होकर प्रार्थना में लगे रहे॥ प्रेरितों 1:14
पवित्र बाईबल हमे मरियम को येशु द्वारा वादा किया हुआ पवित्र आत्मा के इंतजार करने वाली एक महिला के रूप में मरियम को प्रस्तुत किया हे। मरियम ने यीशु द्वारा चुने गए बारह प्रेरितों के साथ मिलकर प्रार्थना की। येशु हमेशा कलीसिया में उपस्तिथ हे। तो आइयें हम कलीसिया की गतिविधियों में ईमानदारी से भाग लेकर ईश्वर की आराधना और स्तुति करें।
हम प्रार्थना करें
हे पवित्र मरियम हमें ईश्वर की आराधना करने और कलीसिया के साथ पवित्रता में बढ़ने में हमारी मदद करें । आमीन।